रेलवे की गलत नीति से भूख से छटपटा जाते हैं बच्चे,नाम बड़े दर्शन छोटे की कहावत चरितार्थ करती है यह ट्रेन
नईदिल्ली।यदि आप देश की सबसे तेज गति की ट्रेन से झांसी से निजामुद्दीन का सफर करने की सोच रहें हेम तो फिर आप अपने साथ खाने पीने का सामान जरूर रख लीजिए।कहीं ऐसा ना हो कि आप इस ट्रेन में भूख के मारे बेहाल हो जाएं। दरअसल इसमें भले इस यात्रा का किराया 1120 रुपये लिया जाता है लेकिन आगरा तक आपको खाने पीने के नाम पर सिर्फ आधा लीटर की पानी की बोतल थमा दी जाती है। यहां तक कि आप एक कप चाय के लिए भी तरश जाएंगे। वहीं न तो इसमें एयरप्लेन जैसी सुविधाएं हैं और न ही ऐसा कुछ है कि जिसके लिए इतना ज्यादा किराया दिया जाए।
गतिमान यानि नाम बड़ा लेकिन दर्शन छोटा। एरोप्लेन जैसी सुविधाओं का दावा करने वाली इस ट्रेन में ऐसा कुछ भी नही है जिसके लिए 1120 रुपये दिए जाएं। यहां तक कि यदि आप इससे झांसी से निजामुद्दीन के बीच की यात्रा करना चाहते हैं तो अपने साथ खाने पीने का सामान रख लें।कहीं ऐसा न हो कि खाने पीने के अभाव के चलते आपको लेने के देने पड़ जाएं। दरअसल इसमें झांसी से निजामुद्दीन के बीच यात्रा करने वालों को आगरा निकलने के बाद ही चाय आदि दी जाती है।इससे पहले सिर्फ यात्रियों को एक छोटी सी आधा लीटर की पानी की ठंडी के बजाए गर्म बोतल पकड़ा दी जाती है।
इस ट्रेन को लेकर रेलवे के बड़े बड़े दावे हैं। लेकिन यह हकीकत से कोशों दूर हैं।ट्रेन के अंदर न तो वाईफाई है और न ही म्यूजिक का कोई साधन। सीटें भी आरामदायक नहीं कही जा सकतीं। खाद्य पदार्थो की क्वालिटी भी कुछ खास नहीं है। इतना जरूर है कि स्पीड के मामले में यह ठीकठाक है। झांसी से निजामुद्दीन के बीच की दूरी यह 4 घण्टे 25 मिनिट में पूरी करती है जबकि शताब्दी और राजधानी भी इससे कुछ ही ज्यादा समय लेती हैं।ऐसे में इतना ज्यादा किराया कहीं से भी तर्क संगत नहीं रखता है।